व्यवस्था के क्रूर और अमानुषिक चेहरे पर
भलमनसाहत और मानवीयता का लेप चड़ाते हैं ये.
सर से पांव तक शस्त्र सज्जित
दुश्मन के आगे
विनय-कातर याचना में
निहत्था खड़ा होने का
उपदेश देते हैं.
असंतोष और आक्रोश से सुलगते
लोगों के मान पर
ये सहनशीलता और धैर्य की शीतल फुहार छोड़ते हैं.
भीख की झोली इनका झण्डा है
जिसे जुलूस में शामिल लोगों के हाथों में
थमा देना चाहते हैं
ये इन्टरनेशनल फकीर हैं
इन्टरनेशनल लुटेरों के सहोदर.
(देश-विदेश अंक चार से साभार )
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